अब तुर्की को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती: एर्दोगान
तुर्की के राष्ट्रपति रसेप तय्यिप एर्दोगान ने कहा कि पीकेके आतंकवादी संगठन के सीरिया के सहयोगियों के खिलाफ आफरीन ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक मिशन पूरी तरह से पूरा नहीं हो जाता. इसी के साथ एर्दोगान ने कहा कि, कोई भी ताकत तुर्की को उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने के लिए अपने कर्तव्य को करने से नहीं रोक सकता. उन्होंने युद्ध के संदर्भ में कहा कि आप एक ड्रैगन को आधा मारके नहीं छोड़ सकते हैं.
एर्दोगान ने आगे कहा कि, तुर्की जब तक अपना मिशन पूरा नहीं कर लेता तब तक वह नहीं रुकेगा. ” एर्दोगान ने अपना यह बयान अल्जीरिया के आधिकारिक दौरे के दौरान दिया. उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को तुर्की ने सीरिया के उत्तर-पश्चिमी अफरीन प्रांत से पीकेके के सीरियाई संबद्ध समूह, डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी (पीवाईडी) और इसके सशस्त्र पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन ओलिव ब्रांच शुरू किया था.
“हम उन सभी के खिलाफ खड़े हैं और हमारे खिलाफ (अफरीन में) खड़े हैं. हमें ना ही जांच करनी कि हमारे खिलाफ कौन है. हालिया रिपोर्टों पर एक सवाल का जवाब देते हुए एर्दोगान ने दावा किया गया है कि अफरीन में वाईपीजी को समर्थन देने के लिए तैनात ईरान-समर्थित और समर्थक असद मिलिटिया हैं. “हम किसी की इजाज़त लेने की स्थिति में नहीं हैं.” एर्दोगान ने तुर्की के पश्चिमी सहयोगियों द्वारा वाईपीजी को दिए समर्थन की आलोचना की.
एर्दोगान ने आगे कहा कि, आतंकवादियों द्वारा बनाई गई अफरीन में सभी सुरंगों का ध्यान रखा जाता है. कौन निर्माण कर रहा है और वह किसका हैं? लाफार्ज का मालिक कौन है? यहां लाफार्ज के कारखाने है. उन सुरंगों में अलग-अलग जगहों पर रहने वाले स्थान हैं. जहां इन सुरंगों का नेतृत्व होता है. जब ये सब वहां मौजूद होते हैं, तो पश्चिम हमें क्या कहता है ? एर्दोगान ने कहा कि तुर्की अब पुराना तुर्की नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान तुर्की सशस्त्र बलों (टीएसके) और फ्री सीरियाई सेना (एफएसए) ने कई बड़ी सुरंगे बनाई है. ऑपरेशन ओलिव ब्रांच के दौरान तुर्की बलों पर हमला करने के लिए सुरंगों का इस्तेमाल किया गया था जहां पांच सैनिक मारे गए थे.
आपको बता दें कि, अब तक ऑपरेशन ओलिव ब्रांच से 2,222 आतंकवादियों का सफाया किया जा चुका है.
एर्दोगान ने आगे कहा कि, तुर्की जब तक अपना मिशन पूरा नहीं कर लेता तब तक वह नहीं रुकेगा. ” एर्दोगान ने अपना यह बयान अल्जीरिया के आधिकारिक दौरे के दौरान दिया. उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को तुर्की ने सीरिया के उत्तर-पश्चिमी अफरीन प्रांत से पीकेके के सीरियाई संबद्ध समूह, डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी (पीवाईडी) और इसके सशस्त्र पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन ओलिव ब्रांच शुरू किया था.
“हम उन सभी के खिलाफ खड़े हैं और हमारे खिलाफ (अफरीन में) खड़े हैं. हमें ना ही जांच करनी कि हमारे खिलाफ कौन है. हालिया रिपोर्टों पर एक सवाल का जवाब देते हुए एर्दोगान ने दावा किया गया है कि अफरीन में वाईपीजी को समर्थन देने के लिए तैनात ईरान-समर्थित और समर्थक असद मिलिटिया हैं. “हम किसी की इजाज़त लेने की स्थिति में नहीं हैं.” एर्दोगान ने तुर्की के पश्चिमी सहयोगियों द्वारा वाईपीजी को दिए समर्थन की आलोचना की.
एर्दोगान ने आगे कहा कि, आतंकवादियों द्वारा बनाई गई अफरीन में सभी सुरंगों का ध्यान रखा जाता है. कौन निर्माण कर रहा है और वह किसका हैं? लाफार्ज का मालिक कौन है? यहां लाफार्ज के कारखाने है. उन सुरंगों में अलग-अलग जगहों पर रहने वाले स्थान हैं. जहां इन सुरंगों का नेतृत्व होता है. जब ये सब वहां मौजूद होते हैं, तो पश्चिम हमें क्या कहता है ? एर्दोगान ने कहा कि तुर्की अब पुराना तुर्की नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान तुर्की सशस्त्र बलों (टीएसके) और फ्री सीरियाई सेना (एफएसए) ने कई बड़ी सुरंगे बनाई है. ऑपरेशन ओलिव ब्रांच के दौरान तुर्की बलों पर हमला करने के लिए सुरंगों का इस्तेमाल किया गया था जहां पांच सैनिक मारे गए थे.
आपको बता दें कि, अब तक ऑपरेशन ओलिव ब्रांच से 2,222 आतंकवादियों का सफाया किया जा चुका है.